नई दिल्ली। विदेश सचिव के पद से अचानक हटाई गईं सुजाता सिंह का कहना है कि पीएमओ ने उन्हें समयपूर्व सेवानिवृत्ति की चिट्टी से प्रधानमंत्री का नाम हटाने का निर्देश दिया था। जब उन्होंने मोदी का नाम हटाने से इंकार कर दिया तो उन्हें विदेश सचिव पद से हटा दिया गया।
एक निजी चैनल से शनिवार को बात करते हुए उन्होंने कहा कि 28 जनवरी को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उन्हें बताया कि प्रधानमंत्री एस. जयशंकर को विदेश सचिव बनाना चाहते हैं। मैंने तत्काल ही 'प्रधानमंत्री से मिले निर्देशों के अनुसार समयपूर्व सेवानिवृत्ति के लिए अपना आवेदन भेज दिया। कुछ देर बाद प्रधानमंत्री कार्यालय से फोन आया कि क्या मैं आवेदन से प्रधानमंत्री का उल्लेख हटाने पर विचार कर सकती हूं? इस पर मैंने कहा कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर ही मैंने यह फैसला लिया है। इसलिए अपने पत्र से मैं उनका उल्लेख नहीं हटाऊंगी।
एक अन्य सवाल के जवाब में पूर्व विदेश सचिव ने कहा कि सरकार में शामिल कुछ लोगों ने उनके खिलाफ मीडिया में अभियान छेड़ रखा था। ये लोग उनके विरोध में कहानियां फैला रहे थे। हालांकि, उन्होंने कहा कि वे इस तरह चुनिंदा सूचनाओं को लीक करने में विश्वास नहीं रखती हैं। पूर्व राजनयिक ने इसके साथ ही स्पष्ट कर दिया कि उनके लिए मुद्दा खत्म हो चुका है। वह अब अपना ध्यान बुनाई, बागवानी व अन्य कामों में लगाएंगी।
keywords-Modis-Reference, PMO ,Prime Minister's Office ,wanted , delete , PM ,narendra Modi ,letter , Sujatha Singh
No comments:
Post a Comment